राहत| मुंबई, : महाराष्ट्र के किसानों के लिए अच्छी खबर है. डॉ. राज्य सरकार. पंजाबराव देशमुख के नाम पर शुरू की गई फसल ऋण सब्सिडी योजना किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना 1990 से चल रही है और राज्य में किसानों को फसल ऋण पर ब्याज रियायत प्रदान करके उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार करने में मदद करती है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- ब्याज में छूट: इस योजना के तहत किसानों को 50 हजार रुपये तक के ऋण पर चार प्रतिशत और तीन लाख तक के ऋण पर दो प्रतिशत की ब्याज रियायत मिलती है.
- केंद्र सरकार की भागीदारी: इस योजना में केंद्र सरकार की भी भागीदारी है, तीन लाख तक का अल्पावधि ऋण नियमित रूप से चुकाने वाले किसानों को ब्याज में तीन प्रतिशत की छूट दी जाती है।
- पात्रता: राज्य के सभी किसान इस योजना के लिए पात्र हैं। इसके लिए कोई जाति, धर्म, लिंग या आय की सीमा नहीं है।
- उद्देश्य: इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी आय में वृद्धि करना है।
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किसानों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु:
ऋण/मूलधन का भुगतान प्रत्येक वर्ष 30 जून तक किया जाना चाहिए। यदि किसान समय पर ऋण नहीं चुका पाता है तो सब्सिडी वापस ली जा सकती है।
कैसे मिलेगा लाभ:
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को संबंधित बैंक या सहकारी समिति से संपर्क करना चाहिए। जरूरी दस्तावेज जमा करने के बाद किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा.