सब्जियाँ |नई दिल्ली: मानसून की पूर्व संध्या पर सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। प्याज 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है, जबकि कुछ जगहों पर टमाटर की कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. भीषण गर्मी के कारण सब्जियों की फसलों को नुकसान होने से बाजार में प्रवेश कम हो गया है और परिणामस्वरूप कीमतें बढ़ गई हैं।
पटना में क्या हुआ?
सोशल मीडिया पर पटना के एक सब्जी बाजार का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ महिलाएं पानी का टब लेकर बैठी हैं और खीरे को हरे रंग से रंगकर बिक्री के लिए तैयार कर रही हैं. वीडियो में दिखाया गया है कि खीरे को टब में हरे रंग से रंगा जाता है और फिर उन्हें ताजा और हरा बताकर बेचा जाता है।
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सेहत के लिए खतरनाक!
इन सब्जियों को रंगने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायन स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। ये रसायन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
लोग कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं
वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस हरकत पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. लोगों ने सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
क्या कहती है सरकार?
इस घटना पर संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन ने सब्जी मंडी में छापेमारी कर कुछ विक्रेताओं पर कार्रवाई की है. मामले की जांच चल रही है और अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है।
सब्जी खरीदते समय क्या सावधानी रखें?
- सब्जियां खरीदते समय उनका रंग-रूप अवश्य देख लें।
- बहुत अधिक हरी दिखने वाली सब्जियां न खरीदें।
- यदि संभव हो तो सब्जियां सीधे स्थानीय किसानों से खरीदें।
- सब्जियाँ खरीदते समय विक्रेता से सही प्रश्न पूछें।